अमेठी में बाबा साहब की प्रतिमा को अराजक तत्वों नें किया क्षतिग्रस्त,रिपोर्ट दर्ज

रिपोर्ट ●आरडी पासी

अमेठी, बाजार शुक्ल अम्बेडकर चौराहे पर डॉ बाबा साहेब की विराजमान स्टेच्यु को आज की रात अराजक तत्वों ने कुछ हिस्सों को तोडकर छतिग्रस्त कर दिया है। भारी संख्या में लोग चौराहे पर जमा होने हो गए तो एसडीएम, सीओ ,एसएचओ, अादि को भारतीय बौद्ध संघ और पासी समाज अमेठी के सदस्यों ने मौके पर दरखास्त देकर एफआईआर दर्ज की गई है और स्थानीय प्रशासन से निम्न मांगे की-
(१) नई मूर्ति की स्थापना बिना विलम्ब कि जाय।
(२) सीसीटीवी कैमरा लगवाया जाय।
(३) सुरक्षा हेतु रेलींग लगाई जाय।

जो भी मांगे थी समय और माहौल को देखते हुए स्वीकृति दी है। शासन ने मूर्ति स्थापना मे हर संभव मदद की बात किया है। शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन रहा। गौरतलब है कि आज भारतबंद का एलान था। आज कि रात मे ही मूर्ति का खंडन होना गहरी साजिश है। ध्यान भटकाने का आसान तरीका है असमाजिक तत्वों का। बाराबंकी, गौरीगंज, बाजार शुक्ल की भीम आर्मी काफी सख्या में थी। मीडिया कर्मी एवं फोर्स के काफी लोग मौजूद थे

एसपी मौर्य, विमलेश सरोज डीडीसी, राम सरन, धर्मेन्द्र कुमार बामसेफ, भाई लाल, रामदुलारे, एचआई एसपी सरोज साहब, भारी संख्या में महिलाओं का आना आदि खास बात यह रही कि नई मूर्ति नही लगती हैं तो धरना प्रदर्शन जारी हो जायेगा।

गणतंत्र दिवस पर पाठकों के लिए संपादक के दो शब्द

प्रिय पाठकों ! हमारा और आपका रिश्ता भाईचारे का हैं ,प्रेम का हैं . इसलिए हम तमाम मुश्किलों के बावजूद आपके बीच बनें हैं । कोई हमें मान देता हैं तो कोई अपमान ! लेकिन इन सब के बीच हमने अपनी विश्वनीयता बरक़रार रखी हैं ,और भारत के विविध सामाजिक ताने बानें में आप सबकी आवाज़ को एक अलग पहचान देनें की भी लगातार कोशिश की हैं । आज 26 जनवरी के मौके पर आप सबसे दो बात करने की नियति से यह लिख रहा हूँ की हम जातिय पहचान में भलें हैं लेकिन हम देश के नागरिक हैं इस बात की जिम्मेदारी का एहसास हमें रहना चाहिए .”आज ही के दिन यानी 26 जनवरी सत्र 1950 को भारत ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी से मुक्त होकर, विविधता से भरें भारत को संचालित करने के लिए बाबा साहब अम्बेडकर की निगरानी में बनाए गए भारतीय संविधान को लागू किया गया था। और भारत गणतांत्रिक देश के रूप में स्वीकार हुआ ।इस गण अर्थात जन, तंत्र के आगे कहीं भी हिन्दू ,मुसलमान ,बौद्ध,सिख ईसाई, पारसी ,यहूदी शब्द नही जोड़ा गया । यह देश के राष्ट्र निर्माण की बुनियाद थीं कि देश की जनता का ही तंत्र होगा वही देश का असली शासक होगा ।जिसका कोई विशेष रूप रंग ,भाषा ,जाति यहां तक कि लिंग भी नही होगा । जो जिस तरह का होगा बस वह देश की जनता के रूप में देखा जाएगा किसी नश्ल के रुप में नही ! यह सोंच ही भारत को एक अनोखे देश के रूप में समृद्ध किया । लेकिन वर्तमान परिदृष्य में देश की एकता व अखण्डता को तोड़ने की कोशिश हो रहीं है। जिसके लिए हम सबको मुठ्ठी तानकर और आंखे भींचकर खड़े होने की जरूरत हैं ।भारत की डाइवर्सिटी जिसे हम “अनेकता में एकता “के रूप में देखतें है यहीं भारत को दुनियां के अन्य मुल्कों से अलग करतीं हैं । इसे बचाएं रखना ही हम सबका पहला और अंतिम कर्तब्य होना चाहिए । यहीं विविधता ही हमें बचाएं रखेंगी वरना हमारी पहचान भी खतरें में होगी ।

” गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं सहित ”
आपका मित्र ,
डॉ .अजय प्रकाश सरोज(संपादक -श्रीपासी सत्ता पत्रिका )

संध्या सरोज के इलाज़ को मंडल परिवार ने किया आर्थिक सहयोग!

बाएँ से श्री ओमप्रकाश सरोज जी वरली,अध्यक्ष श्री उमेश पासी ,श्री प्यारेलाल सरोज जी ( संध्या सरोज के पिता जी), और अशोक जी

मुंबई / 22 जनवरी दिन बुधवार को अखिल भारतीय पासी विकास मंडल मुम्बई के केंद्रीय कार्यालय में पासी समाज की बेटी संध्या प्यारेलाल सरोज को उनके वॉल रिप्लेसमेंट इलाज के लिए मंडल परिवार के सदस्यों द्वारा जमा किये गए रुपये 42602/-आर्थिक सहयोग बेटी संध्या के पिता प्यारेलाल सरोज जी को सौप दिया। जानकारी के मुताबित अध्यक्ष उमेश कुमार पासी की पहल पर यह संवेदनशील कार्य संपन्न हुआ।

यह निवेदन आया था समाज के एक सज्जन जिनका नाम रामप्यारे(प्यारेलाल) जी है और वो पेशे से टैक्सी ड्राइवर हैं तथा वर्ली में रहते हैं ।उनकी बेटी जिसका नाम संध्या है, बिटिया की उम्र मात्र 18 वर्ष है,उसके हार्ट के वाल्व खराब हो गए हैं, तथा KEM हॉस्पिटल में उसका प्रस्तावित खर्च 2 लाख 20 हजार है।रामप्यारे जी इस खर्च का भार उठाने में खुद को असमर्थ पा रहे थे।अतः उन्होंने समाज से विनती की थी । गम्भीरता को देखते हुए अध्यक्ष उमेश जी ने पहल की और पासी समाज के आम ७० लोगों ने मिलकर 42,000 रुपए जमा कर प्यारेलाल जी की मदद की ।

इस अवसर पर मंडल कार्यालय में अध्यक्ष उमेश पासी जी के साथ ओमप्रकाश जी , मिठाई लाल पासी जी , हरीलाल मास्टर , अशोक जी, चन्दन जी एव प्रो.वीरेंद्र उपस्थित रहें। इस सामाजिक कार्य में सहयोग करने वाले सभी साथियों को अखिल भारतीय पासी विकास मंडल मुंबई ने आभार ब्यक्त किया।

क्रांतिवीर मदारी पासी के जीवन पर शार्ट फ़िल्म बना रहें हैं केशव कैथवास

उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई में जन्मे एका आंदोलन के जनक किसान नेता क्रांतिवीर मदारी के जीवन पर आधारित शार्ट फ़िल्म का निर्माण कार्य शुरू हैं .यह कार्य फिल्मों के माध्यम से पासियों में जन जागृति का कार्य करनें वालें मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जनपद के परसिया तहसील के निवासी केशव कैथवास कर रहें हैं.यह शार्ट फ़िल्म मशहूर लेखक ब्रजमोहन द्वारा लिखित उपन्यास ‘क्रांतिवीर मदारी पासी ‘ पर आधारित हैं

कैथवास जी पासी समाज के महापुरुषों पर फिल्में बनातें हैं और लगातार बेहतर करने का प्रयास करतें रहतें हैं । केशव अन्य युवाओं को भी कम बजट में शार्ट फिल्में बनाने का तरीका भी बताते हैं जिससे कम पैसे में समाज में जागरूकता का कार्य किया जा सकें।

आज उन्होंने अपनी आगामी फिल्म क्रांतिवीर मदारी पासी के लिए तहसील परासिया में हर्रा हेट स्थान पर एक विशेष शॉट की शूटिंग संपन्न किया जिसमें स्थानीय गांव के अनेक बुजुर्ग साथियों ने सहयोग किया ।

फ़िल्मकार केशव कैथवास का यह जुनून ही है कि वह छोटे से कैमरें से भी शूटिंग करतें रहतें हैं

लखनऊ में समाजवादी पासियों का मिलन समारोह सम्पन्न

●महाराजा बिजली पासी व राजा सुहेलदेव पासी के इतिहास के साथ छेड़छाड़ मुद्दा हुआ गरम .

●पूर्व सांसद सुशीला सरोज नें लखनऊ प्रशासन को लिखा पत्र.

दिनांक 19.01.2020 लखनऊ में मोहनलालगंज की पूर्व सांसद सुशीला सरोज के आवाहन पर उत्तर प्रदेश के तमाम राजनीतिक पासियों का लखनऊ में नव वर्ष 2020 की मधुर बेला पर एक मिलन भोज समारोह आयोजित हुआ।

इस बैठक व मिलन समारोह एवं भोज की अध्यक्षता करते हुए पूर्व सांसद सुशीला सरोज ने समाज में व्याप्त निराशा का जिक्र करते हुए उसको मिलकर दूर करने का आवाहन किया। इस हेतु सभी प्रमुख पासी नेताओं के समग्र योगदान का निवेदन करते हुए उन्होंने अखिलेश यादव के नेतृत्व में समस्त पासी समाज को समाजवादी पार्टी से जोड़ने पर बल दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी ने भी पासी समाज की समस्याओं एवं उनके प्रभावी निवारण पर अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम संयोजक पूर्व मंत्री सुधीर रावत ,एवं पूर्व विधायक मनीष रावत , पूर्व विधायक सत्यवीर सिंह मुन्ना ,पूर्व विधायक इंदल रावत , पूर्व विधायक विजय पासवान, एवं मोहनलालगंज से वर्तमान विधायक अम्बरीष पुष्कर सहित विधायक सुभाष पासी ने भी विचार व्यक्त करते हुए पासी समाज की एकता पर बल दिया और एक होकर के समाज के संघर्ष एवं उत्थान में जी जान से लग जाने का आवाहन किया।

इस अति महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व सांसद श्रीमती सुशीला सरोज जी द्वारा महाराजा बिजली पासी किले पर अन्य वर्ग द्वारा भ्रम फैलाकर आगामी ३० जनवरी को पूजा-पाठ किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई और फिल्म स्टार अजय देवगन द्वारा बनाई जा रही एक पिक्चर में समाज के महाराजा सुहेलदेव पासी जी के नाम को बदलकर सुहेलदेव सिंह करने पर घोर आपत्ति और आक्रोश व्यक्त कर एक शिकायती पत्र लखनऊ प्रशासन को लिखा गया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक राम मगन रावत, पूर्व विधायक बेचाई सरोज ,पूर्व विधायक सुनील लाल , पूर्व विधायक जगराम पासवान पूर्व विधायक रामशरण रावत सहित समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी रमेश राही , रि.डीएफओ व फतेहपुर पासी समाज संघ के अध्यक्ष,राम राज गौतम जी, समाज सेवी दीनानाथ पासी जी, गोलू पासवान , एवं अन्य जिम्मेदार साथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और पासी समाज के गौरवशाली इतिहास से छेड़छाड़ के खिलाफ हर संघर्ष में एक रहकर आगे बढ़ने का संकल्प व्यक्त किया।

रमेश पासी को भाजपा ने बनाया राष्ट्रीय परिषद का सदस्य

यूपी/कौशाम्बी जनपद में भारतीय जनता पार्टी ने जनपद कौशाम्बी के जिलाध्यक्ष रह चुकें रमेश कुमार पासी को भाजपा का राष्ट्रीय परिषद का सदस्य बनाया हैं ।आपको बता दें कि यहीं राष्ट्रीय परिषद के सदस्यगण ही बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनते हैं ।

रमेश पासी को सदस्य बनाये जाने पर उनके समर्थकों व बीजेपी नेताओं ने उन्हें बधाई दीं हैं । रमेश पासी के जिलाध्यक्ष रहतें कौशाम्बी में भाजपा को काफी लाभ हुआ ।कौशाम्बी के तीन विधानसभा की चायल, सिराथू, मंझनपुर और लोकसभा में भाजपा को जीत हासिल हुईं ।

बिना माँ-बाप की लड़कीं बनी असिस्टेंट प्रोफेसर ,लोगों नें दीं जमकर बधाई !

इलाहाबाद के गंगापार झूँसी इलाक़े के गांव मुस्तफाबाद ,हनुमानगंज में पली बढ़ी और गांव के ही हनुमन्त महाविद्यालय से स्नातक करने वाली बिना माँ-बाप की लड़की आज असिस्टेंट प्रोफेसर बन गईं ,नाम हैं प्रिया भारतीया । पढ़ाई के दौरान ही इनके माता-पिता का देहांत हो गया हैं तो बड़े भाई रामचन्द्र भारतीय नें प्रिया के शिक्षा-दिक्षा में अभिभावक बनकर जिम्मेदारी निभाई जिन्हें वह अपनी सफलता का श्रेय भी देतीं हैं ।

प्रिया ने वर्ष 2014 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी विषय में परास्नातक करने के बाद यहीं से बीएड किया और नेट /जेआरएफ की परीक्षा पास करने के पश्चात वर्ष 2016 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रो.विजय बहादुर सिंह के निर्देशन में ‘ नयी कविता के अध्ययन में परिमलवृत्त का योगदान’ विषय पर शोध कर रहीं हैं।

यह इनकी काबिलियत है ,कि पहली बार में ही उन्होंने उच्यतर शिक्षा आयोग की परीक्षा पास कर असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए चयनित हुई हैं । इनके चयन पर इनके सहयोगियों, मित्रों ,मार्गदर्शकों नें उन्हें बधाई दीं, जिस पर उन्होंने सबका धन्यवाद व आभार प्रकट करतें हुए लिखतीं हैं कि “आप सबके अपार प्रेम और स्नेह भरी शुभकामनाओं से मन अत्यंत भावविभोर हैं सभी का शुक्रिया !

प्रिया में एक कवियित्री होने का बेहतर गुण भी है, उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर सामाजिक विमर्श से जुड़ीं कई संजीदा कविताएं लिखीं हैं । जिसकी सराहना हुई हैं।
प्रिया की लिखित कविता का अंश यहां लिख रहा हूँ ,जिसमें उनके जीवन मे ही नही बल्कि साहित्य में भी गंवईपन झलकता हैं.

मुझें प्रेम है ……
मुझे प्रेम है उस दूब से
जिससे झरते हैं कोमलता के मोती
मुझे प्रेम है उस साइबेरियन से
जो दूर देश की सरहदों को पार करते
आते हैं हमसे मिलने ,
मुझे प्रेम है उस किसान से
जिसके श्रम पर जीवन पलता है
मुझे प्रेम है उस रोटी से
जो होती है सड़क पर पड़े उस भिखारी के हाथ में।
मुझे प्रेम है उस किताब से
जिसमें बसते हैं जीवन के राग
मुझे प्रेम है उस कलम से
जो रचती है तानाशाहों के कच्चे चिट्ठे
मुझे प्रेम है उस प्रेमी से
जो परम्पराओं को तोड़
गढ़ता है नई पीढ़ियां ।
मुझे प्रेम है उस उंगली से
जो इशारा करती है हत्यारों की ओर

बिना माँ-बाप की लड़कीं प्रिया भारतीया बनी असिस्टेंट प्रोफेसर

इलाहाबाद के गंगापार झूँसी इलाक़े के गांव मुस्तफाबाद ,हनुमानगंज में पली पढ़ी और गांव के ही हनुमन्त महाविद्यालय से स्नातक करने वाली बिना माँ-बाप की लड़की आज असिस्टेंट प्रोफेसर बन गईं ,नाम हैं प्रिया भारतीया । पढ़ाई के दौरान ही इनके माता-पिता का देहांत हो गया हैं तो बड़े भाई रामचन्द्र भारतीय नें प्रिया के शिक्षा-दिक्षा में अभिभावक बनकर जिम्मेदारी निभाई जिन्हें वह अपनी सफलता का श्रेय भी भाई को देतीं हैं ।

प्रिया ने वर्ष 2014 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी विषय में परास्नातक करने के बाद यहीं से बीएड किया और नेट /जेआरएफ की परीक्षा पास करने के पश्चात वर्ष 2016 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रो.विजय बहादुर सिंह के निर्देशन में ‘ नयी कविता के अध्ययन में परिमलवृत्त का योगदान’ विषय पर शोध कर रहीं हैं।

यह इनकी काबिलियत है ,कि पहली बार में ही उन्होंने उच्यतर शिक्षा आयोग की परीक्षा पास कर असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए चयनित हुई हैं । इनके चयन पर इनके सहयोगियों, मित्रों ,मार्गदर्शकों नें उन्हें बधाई दीं, जिस पर उन्होंने सबका धन्यवाद व आभार प्रकट किया है।

प्रिया में एक कवियित्री होने का बेहतर गुण भी है, उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर सामाजिक विमर्श से जुड़ीं कई संजीदा कविताएं लिखीं हैं । जिसकी सराहना हुई हैं।
प्रिया की लिखित कविता का यहां लिख रहा हूँ ,जिसमें उनके जीवन मे ही नही बल्कि साहित्य में भी गंवईपन झलकता हैं.

मुझें प्रेम है ……
मुझे प्रेम है उस दूब से
जिससे झरते हैं कोमलता के मोती
मुझे प्रेम है उस साइबेरियन से
जो दूर देश की सरहदों को पार करते
आते हैं हमसे मिलने ,
मुझे प्रेम है उस किसान से
जिसके श्रम पर जीवन पलता है
मुझे प्रेम है उस रोटी से
जो होती है सड़क पर पड़े उस भिखारी के हाथ में।
मुझे प्रेम है उस किताब से
जिसमें बसते हैं जीवन के राग
मुझे प्रेम है उस कलम से
जो रचती है तानाशाहों के कच्चे चिट्ठे
मुझे प्रेम है उस प्रेमी से
जो परम्पराओं को तोड़
गढ़ता है नई पीढ़ियां ।
मुझे प्रेम है उस उंगली से
जो इशारा करती है हत्यारों की ओर
मुझे प्रेम है उस मुट्ठी से
जो उठती है जुर्म के खिलाफ़
मुझे प्रेम है उस पुकार से
जो आती है दूसरों के हक में
मुझे प्रेम है उस आवाज़ से
जो आगाज़ करती है संघर्ष का
मुझे प्रेम है उस हौसले से
जो खड़ा है सलाखों के पीछे
दुगनी फुर्ती के साथ।
मुझे प्रेम है प्रेम से, इंसानियत से ,
क़ुदरत से और…और
तुमसे।

महराजगंज में मनाया गया प्रियंका गांधी का जन्मदिन

रायबरेली जनपद के महाराजगंज तहसील में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव व इलाहाबाद ,फैज़ाबाद व बाराबंकी के प्रभारी सुशील पासी के नेतृत्व में राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया गया.जिसमें बछरावां विधानसभा के कॉर्डिनेटर विनोद यादव सहित भारी संख्या में कांग्रेस कायकर्ताओं ने भाग लिया.इस अवसर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनियां गाँधी द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र के लिए भेजें गए 500 कंबलों का वितरण भी किया गया ।

इंस्पेक्टर दिनेश कुमार सरोज कों जनता ने किया सम्मानित

यूपी ,बस्ती / वैसे मैं पुलिस वालों की तारीफ बहुत कम लिखता हूँ लेकिन जब कोई पुलिस वाला अपनी वर्दी की हनक से ज्यादा मानवीय कार्य करता हैं तो, क़लम उसके समर्थन में उठ जाती हैं .

यह खबर हैं यूपी के बस्ती जनपद की जँहा एक ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वालें 21 वर्षीय युवक को चार गुंडों ने तब अपहरण कर लिया जब वह शाम को अपनी दुकान बंद कर घर जाने वाला था.

अपहरण के बाद युवक के फोन से ही अपरहण कर्ताओं ने उसके परिवार से 12 लाख रुपये की मांग की ,जिसे सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार सरोज की टीम द्वारा 24 घण्टे के अंदर ही साहसिक मुठभेड़ में अपराधियों को गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया और अपहृत युवक शिवम श्रीवास्तव को सकुशल बरामद किया.

जिसपर उच्य अधिकारियों ने 50 हजार का इनाम दिया ,इतना ही नही स्थानीय जनता द्वारा खुले मंच पर से दिनेश सरोज (नीलें जीन्स में ) और उनकी टीम का स्वागत सत्कार किया. इसके अलावा उन्हें 41 हजार रुपये नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया साथ मे स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र प्रदान किया गया. बस्ती पुलिस और उनकी टीम को सलाम …!