मुम्बई मे बसपा संस्थापक सदस्य राम समुझ पासी जी की जयंती मनाई गई !

आज मुम्बई मे RCP टीम द्वारा अ फ़ोरगोटेन हीरो ओफ बहुजन समाज की जयंती मनाइ गई।जी हाँ राम समुझ पासी जी एक ऐसे बहुजन नायक जिन्हें भुला दिया गया ।बहुजन समाज  को इस ऊँचाई तक पहुँचाने का श्रेय कांशीराम जी के बाद राम समुझ जी को ही जाता है ।उत्तर प्रदेश  मे जब माननिय काशी राम का पूर्ण सहयोग माननिंय राम समुझ जी ने किया ।बाम सेफ़ से लेकर बसपा संस्थापन मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।अपनी सरकारी नौकरी छोड़ कर पूर्ण रूप से मिशन के लिए समर्पित हो गए । 11 जुलाई 1935 को राम समुझ को उतर भारत मे हुआ और 25 अप्रैल 2014 को उन्होंने इस दुनिया से विदा ली।

अपने पूरे जीवन काल में उन्होंने फुले और अंबेडकरी विचार धारा की जो ज्योति जलाई थी उसका असर उत्तर भारत मे आज साफ़ दिखाई देता  उनके साथी और बहुत से शिष्यों ने इस विचार धारा  को जन जन तक पहुँचाया । उन्ही शिष्यों मे से एक श्री आर न सरोज जी (मोटर मैन)जिह्नोने राम समुझ जी के साथ काफ़ी  नज़दीकि से काम किया था उन्होंने हम सभी को राम समुझ जी के बारे मे महत्वपूर्ण जनकारिया दी ।उनका योगदान न सिर्फ़  पासी समाज बल्कि पूरे बहुजन समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।

राम समुझ सिर्फ़ अच्छे वक़्ता ,नेता और समाजिक कार्यकर्ता ही नहीं थे वह बड़े साहित्यकार भी थे उन्होंने बहुजन समाज के न्यूज पेपर और पत्रिकाओ का संचालन किया । अपने जीवनकाल में उन्होंने 15 – 20 किताबें बहुजन समाज के ऊपर लिखी । बहुजन समाज पार्टी में काशी राम के बाद वह सेंकंड नम्बर के लीडर थे ।

अस्सी के दशक में वह और उनके साथियों ने बहुजन मिशन को जन जन तक पहुँचाया । वह बसपा के प्रदेश अध्यक्ष पद  पर भी सुशोभित हुए । उनके बिना बसपा की सफलता मुश्किल थी । 

हर समाज में हर दौर में ऐसे लोग होते है जो समाज के लिए देश के लिए अपना सवर्स्य न्योछावर  देते है , बदले में कुछ नहीं लेते अपने आपको पूर्ण समर्पित कर देते है ताकि बाक़ी लोग आगे बढ़े । यह ऐसे लोग होते है जो मिशन के लिए संव्य अपनी गर्दन आगे कर देते है यह जानते हुए भी की शायद उनका अस्तित्व भी इससे ख़त्म हो जाएगा और कोई श्रेय भी नहीं मिलेगा । इनहि लोगों में राम समुझ साहब भी थे उन्होंने समाज के लिए, मिशन के लिए ,बसपा के लिए अपने अस्तित्व को ख़त्म  कर लिया ।

और शायद यही कारण है की लोग उनके योगदान को भूल गए । पासी समाज के देश भर में इतने संगठन है पर 11 जुलाई और चली गई पर लोगों ने उन्हें याद नहीं किया । युवाओं को तो उनके बारे में नहीं पता होगा पर देश भर में जो पुरानी संस्थाएँ और लोग है वह तो जानते है ।जब पासी समाज ही अपने हीरोज को याद नहीं करेगा तो दूसरे कैसे करेंगे ।

कम से कम पासी समाज को शुरुआत करनी चाहिए अपने फ़र्गॉटेन हीरोज़ को याद करने की । आशा है अगले साल से राम समुझ जी को बहुतायत में याद किया जाएगा ।

Reachout Countrywide People  (RCP) द्वारा आयोजित इस आयोजन में मुंबई पासी समाज के वरिष्ठ साथियों के साथ साथ कुछ साथी ,जैसवार, नाई ,गुप्ता , और श्रीवास्तव समाज के भी कुछ साथी उपस्थित थे ।

RCP टीम ,मुंबई

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