मुंबई पासी समाज ने रचा इतिहास ,सारी संस्थाओ का एकीकरण कर युवाओं को सौंपीं गई कमान

नव निर्वाचित अध्यक्ष प्रमोद सरोज जी को मंडल का कार्य भार सौंपते हुए पूर्व अध्यक्ष माननीय मिठाई लाल जी ।

मुंबई: मुंबई पासी समाज ने आज दिनांक 11 मार्च 2018 को असंभव को संभव कर दिखाया है । पासी समाज में अक्सर एक बड़ी समस्या दिखाई देती है की समाज के बहुत सारि संस्थाएँ बन गई है । एक ही प्रदेश में की बात छोड़िए एक ही शहर में कई संस्थाएँ बन कर खड़ी हो जाती है । और उससे बड़ी समस्या है इन संगठनों का आपस में कोई संबंध नहि रहता । एक दूसरे की हेल्प की बजाय एक दूसरे के विरोधी बने रहते है ।

नतीजा यह होता है की समाज को बढ़ाने और बेहतरी का काम करने की बजाय यह अवस्था समाज को पीछे जाती है ।

मुंबई पासी समाज की तरफ़ हमेशा से ही पूरे देश की नज़रें रहती है । मुंबई पासी समाज ने कई नए कार्यों की शुरुआत की है , सामाजिक कार्यों के कई स्टैंडर्ड बनाए है जिन्हें देश में एक मानक के तौर पर देखा जाता है । और इसी रास्ते में आगे बढ़ते हुए आज मुंबई ने एक और नया कार्य किया जिसे आने वाले समय में पूरे देश में अपनाया जाएगा । मुंबई में कार्य करने वाली चार अलग अलग संस्थाएँ/ ग्रूपस आज एक बैनर एक छत के नीचे आ गए ।

यह पूरा फ़ैसला बहुत शालीनता और सर्व सम्मिति से किया गया । सभी ने एक मत से अखिल भारतीय पासी विकास मंडल को मुंबई को सर्वोच्च संस्था माना और सभी इसके छत के नीचे आ कर खड़े हो गए ।

मुंबई की संस्थाएँ राष्ट्रीय पासी समाज , RCP टीम, अखिल भारतीय पासी समाज कल्याण और पासी समाज मीरा भायंदर टीम सभी ने आपसी सहमति से अखिल भारतीय पासी विकास मंडल में समाहित हो कर देश में बड़ा संदेश दिया है ।

हालाँकि यह राह आसान नहि थी । इस एकता को पूर्ण करने में चार महीने लग गए । पहली मीटिंग 19 नोवेम्बर 2017 को हुई थी और सफलता मिली आज ।

पासी यूथ टीम के कुछ सदस्य 19 नोवेम्बर 2017 को एकता की नींव रखने के बाद
अगर प्रोसेस की बात करे तो सबसे पहले मुंबई पासी समाज के यूथ आगे आए , फिर माशंकर भारती जी के सहयोग से मुंबई के प्रतिष्ठित लोगों और ग्रुप से कुछ लोगों को लेकर एक सम्मवन्य समिति बनाई गई जो किसी भी असहमति को सुलझाने में समर्थ थी ।

इसके बाद पूरे मुंबई में कई बार कई बैठकें हुई , काफ़ी चर्चाये हुई और आख़िर में पूरी कोशिश सफल हुई ।

इस टीम में माननीय एस पी वर्मा जी जिन्होंने पहले भी इस तरह की समस्याएँ सुलझाई थी , सी पी सरोज जी , प्रमोद सरोज जी , मिठाईलाल सरोज जी , रामनारायण सरोज जी , रमेश चंद्र सरोज जी , राम समुझ पासी जी और रमाशंकर भारती जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

यह कार्य ऐसा था की सिर्फ़ कुछ लोगों की मेहनत से कभी सफल नहि होता । इन सब लोगों के पीछे यूथ के साथ मुंबई के बहुत से साथियों ने पूरी मेहनत की और साथ दिया ।

और इस एकता का रिज़ल्ट उम्मीद से भी अच्छा निकला चर्चाओ के दौर में यह बात सामने आइ की युवाओं के हाथो में कमान देने का दौर अब शुरू हो गया है इसलिए युवाओं और महिलाओं के हाथो में कमान थमाई जाय जीस पर सभी सहमत हुए ।

मंडल के भूत पूर्व अध्यक्ष जिन्होंने पिछले पाँच सालों में इस संस्था को इतनी ऊँचाईयों पर पहुँचाया उन्होंने नई कार्यकारिणी का गठन ही युवाओं और महिलाओं को केंद्र में रख कर किया ।

पासी यूथ टीम के कुछ सदस्य भूतपूर्व अध्यक्ष और नव निर्वाचित अध्यक्ष के साथ ख़ुशी के पल शेयर करते हुए 11 मार्च 2018

अखिल भारतीय पासी विकास मंडल की इस कार्यकरणी को यूथ टीम कह सकते है क्योंकि 90% सदस्य 45 साल के नीचे है और महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व है ।

नव निर्मित कार्यकारिणी के सदस्य

मानननिय मिठाई लाल जी ने नव निर्वाचित अध्यक्ष माननिए प्रमोद सरोज जी को मंडल की ज़िम्मेदारी सौंपने के साथ ही युवा कार्यकता प्रोफ़ेसर विरेंद्र सरोज को महामंत्री के पद पर चयन किया ।

महा मंत्री विरेंद्र सरोज जी को कार्य भार सौंपते भूतपूर्व अध्यक्ष मिठाई लाल सरोज जी
आशा है आने वाले समय में पूरे देश में सामाजिक संस्थाओ द्वारा ऐसी एकता की पहल की जाएगी जो आज पासी समाज की बहुत बड़ी ज़रूरत है ।

श्री पासी सत्ता परिवार की तरफ़ से अखिल भारतीय पासी विकास मंडल के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मानननिय प्रमोद सरोज जी और महामंत्री प्रोफ़ेसर विरेंद्र सरोज और उनकी पूरी कार्यकरणी को बहुत बहुत शुभकामनाएँ।

जगदीश पुर अमेठी में दिलीप सरोज को श्रधांजली देने के लिए एकत्र हुए समाजिक साथी!

अमेठी : दिलीप सरोज को न्याय दिलाने के लिए पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे है । इसी कड़ी में आज दिनाँक 25/02/2018 को शुकुल बाजार कार्यकारणी के तत्वाधान मे ग्राम पंचायत तेतारपुर बरसण्डा मे दादा राम खेलावन की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसमे इलाहाबाद मे हुए दिलीप सरोज की निर्मल हत्या पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।

पासी एकता मंच तेतारपुर बरसण्डा नाम से पंचायत गठन किया गया। जिसके अध्यक्ष रामदुलारे पासी, उपाध्यक्ष रज्जन पासी, कोषाध्यक्ष सन्तोष कुमार पासी , सचिव जमुना प्रसाद पासी, उपसचिव राकेश कुमार पासी जी है।

तत्यपश्यात समाज का कलैण्डर विमोचन का कार्यक्रम हुआ जिसमे महाराजा बिजली पासी की भव्य फोटो और उनके इतिहास के बारे मे लिखा हुआ है।

क्रार्यक्रम के मुख्य अतीथि पासी समाज के इतिहासकार राज कुमार पासी जी और विधायक प्रतिनिधि रमेश पासी थे। रमेश पासी जी ने समाज की समस्याओं को सुना तथा बताया कि हम समाज के साथ है । इस कार्यक्रम में समाज के संयोजक श्री आर० डी० पासी एंव अध्यक्ष दादा श्री राम खेलावन , सोहनलाल, भाई लाल मास्टर, काशीराम पूर्व प्रधान, राम चरन , राम देव, पारस नाथ , राम जस राजेश कुमार ,देवेन्द्र कुमार, सतीश कुमार, प्रवेश कुमार , रविन्द्र प्रताप, जे० पी० रावत, राजधर फौजी आदि लोग भारी संख्या मे उपस्थित हुए।

सभी लोगों ने एकमत से प्रण लिया की जब तक दिलीप सरोज को न्याय नहि मिलता हम विरोध जारी रहेंगे और प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर जहाँ भी ज़रूरत होगी हम मौजूद रहेंगे।

दिलीप सरोज को न्याय दिलाने के लिए मुंबई में चैत्य भूमि पर पासी समाज का कैंडल मार्च !

मुंबई: दिलीप सरोज के साथ हुई घटना के विरोध में देश भर में प्रदर्शन की शुरुआत हो गई है । मुंबई में इस घटना के विरोध में पासी समाज की संस्था अखिल भारतीय पासी विकास मंडल ने कैंडल मार्च का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न किया ।

यह कैंडल मार्च दादर में शिवाजी पार्क से शुरू हो कर बाबा साहेब की भूमि चैत्य भूमि पर ख़त्म हुआ । इस विरोध प्रदर्शन में पासी समाज के अलावा महाराष्ट्र के SC/ST के अलावा उत्तर प्रदेश की बाक़ी जातियों ने भी हिस्सा लिया ।

यह हमारे समाज की बढ़ती हुई जगरूकता का नतीजा है की आज महा शिवरात्रि के दिन हमारे समाज के लोगों ने शहीद दिलीप सरोज को न्याय दिलाने के लिए बाबा साहेब का द्वार चुना ।

चैत्य भूमि पहुँच कर शहीद दिलीप सरोज को भावपूर्ण श्रधांजली दी गई । साथ ही सबने प्रण किया की जब तक हत्यारों को सजा नहि दी जाएगी हम विरोध दर्शाते रहेंगे ।

संस्था के अध्यक्ष मिठाई लाल सरोज जी ने बताया की दो दिन बाद कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर उत्तर प्रदेश सरकार से न्याय की माँग की जाएगी ।

साथ ही यह आश्वासन भी दिया की अगर जल्द ही न्याय नहि मिला तो मुंबई में और बड़े लेवल पर प्रदर्शन किया जाएगा ।

पासी समाज कैलेंडर का विमोचन और पासी समाज सेवकों का सम्मान समारोह संपन्न !

अमेठी : पासी समाज में पिछले कुछ सालों से सामाजिक कार्य की गतिविधियाँ काफ़ी बढ़ गई है । अपने अपने स्तर पर पूरे देश में पासी समाज के लोग अपना योगदान दे रहे है । पासी समाज की जगरूकता के लिए समाज के महापुरुषों और महान राजा महाराजाओं का कैलेंडर बना कर समाज में बाँटने की गतिविधियाँ समाज में बढ़ी है । इन कलेंडर को पासी समाज अपने घरों की दीवारों पर लगाते है और गर्व से दिखाते है की हाँ हम पासी है ।

इसी कड़ी में पासी एकता मिशन के द्वारा 14 जनवरी 2018 को डाक बंगला जगदीशपुर अमेठी में पासी समाज के कैलेंडर का विमोचन और समाज के लिए कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया । पासी समाज के कैलेण्डर का विमोचन मान्य सुरेश पासी राज्य मंत्री के जरिये सम्पन्न हुआ ।

इस समारोह में इतिहासकार साहित्यकार,सम्पादक,समाजसेवियो को पासी एकता मिशन ने मान्य मंतरी के जरीये मॉ वीरॉगना ऊदादेवी का मोमेन्टो देकर सम्मानित किया. मिशन के अध्यछ रामखेलावन पासी ने मन्तरीजी को पगडी पहनाकर और तलवार भेट करके सम्मानित किया.विशिष्ट लोगो मे आर के सरोज दरोगा, डॉ यशवन्त सिहं, लछ्मीपरसाद रावत, सरस्वति परसाद,अनुदकुमाररावत लखनऊ,मदन सरोज ईलहाबाद,वेदपरकास,अजय परतापगढ, विधायक परतिनीधी रमेश पासी,एच पी वर्मा तिलोई,एस आर भारतीय ईलहाबाद,अभियंता रविन्दर परतापऔर पिर्यॉकसिंह, आदि भारी सख्यॉ मे लोग मौजूद रहे. मिशन के सभीपदधिकारी और कार्यकर्ता शामील थे.

इस कार्यक्रम का आयोजन और संचालन सूबेदार आर डी पासी ने किया. अध्यक्ष ने सभी का आभार माना और लखनऊ की टीम को बधॉई दी.माननिय मंत्री जी ने आयोजन को सराहा और कहा की इस तरह के आयोजनो को अधिक से अधिक स्थानों पर आयोजित करना चाहिए ।

मुंबई में पासी समाज का संयुक्त पासी स्नेह सम्मेलन का भव्य आयोजन !

मुंबई: गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर उत्तर प्रदेश की प्रमुख जातियों में से एक पासी समाज के लोगों ने कल्याण मुंबई में पारिवारिक स्नेहसम्मेलन का भव्य आयोजन किया । अखिल भारतीय पासी समाज मुंबई,कल्याण के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मुंबई में पासी समाज के लोगों आपस में जोड़ना और संगठित हो कर समाज और देश के विकास में योगदान देने के लिए कटिबद्ध होना था ।

इस बार का आयोजन कुछ खास था, मुंबई पासी समाज द्वारा अपनी एकता दर्शाने के लिए मुंबई की सभी संस्थाओं/ ग्रुपो और टीमों ने इस आयोजन में भाग लिया । मुंबई के कोने कोने से पासी समाज के लोगों ने यहाँ अपनी उपस्थिति दर्शाई । बहुत से लोग ऐसे थे जिन्होंने पहली बार यहाँ प्रोग्राम अटेंड किया ।

इस अवसर पर पासी समाज के गणमान्य लोगों में श्री एस पी वर्मा जी (जॉंईंट कमिश्नर टेक्स्टायल मिनिस्ट्री) सी पी सरोज जी ( विडियोकॉन वाइस प्रेज़िडेंट टैक्स) रामाकान्त सरोज ( प्रिन्सिपल ) , भोपाल के समाज सेवी मुक्तिनाथचौधरी जी और राष्ट्रीय स्तर के समाज सेवी डॉक्टर रमाशंकर भारती जी उपस्थित थे ।

इसकार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब अम्बेडकर, महाराजा शिवाजी , महाराजा बिजली पासी , सामाजिक क्रांति के अग्रदूत ज्योतिबा फुले और वीरांगना उदा देवी पासी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करके शुरू किया गया ।

इस कार्यक्रम की थीम समाज में शैक्षणिक, वैचारिक और समाज में एकता का संदेश देने पर थी । इसी को ध्यान में रखते हुए सभी वक़्ताओ ने अपने विचार और सुझाव दिए । समाज के बच्चों ने नृत्य और गायन का प्रदर्शन किया । समाज के गायक श्री वसंतलाल जी ने पासी समाज के ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण राजा और महाराजाओं पर अपना शानदार गायन प्रस्तुत किया । बच्चों ने मिलकर “ममता” नामक नाटक भी प्रस्तुत किया । इस नाटक में लड़का और लड़की में भेदभाव मिटाने का संदेश दिया गया । लड़का लड़की एक सामान है और सामान अधिकार है इस बात का संदेश दिया गया। नाटक इतना जीवंत था कि उपस्थित सभी लोगों की आँखे नम हो गई ।

इस प्रोग्राम में श्री पासी सत्ता पत्रिका का पासी समाज के संत सुकई दास का कलेंडर और साथ ही लखनऊ केजागृत पासी समाज के कैलेंडर जिनमे माता उदा देवी पासी , बाबा साहेब अम्बेडकर ,महाराजा बिजली पासी और सुहेल देव के कैलेंडर का विमोचन किया गया । सारे ही कैलेंडर कुछ ही मिनटों में ख़त्म हो गए । कार्यक्रम के अंत तक लोग कैलेंडर के लिए पूछते रहे ।कार्यकम का सफल संचालन युवा डॉक्टर अखिलेश सरोज , नीतू सरोज और रामनारायण सरोज और पवन रावत जी ने किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राजकुमार बौरासि जी ने किया ।कार्यक्रम के अंत में सभी लोगों के लिए स्वादिष्ट डिनर का भी आयोजन किया गया था । डिनर का समय ऐसा होता है अगर जगह अच्छी और बड़ी हो तो यह ऐसा समय होता है जब सब एक दूसरे से मिलते जुलते है और साथ मिलकर थोड़ी देर बैठ कर बातें करते है ।सभी ने प्रोग्राम की प्रशंसा की और आशा व्यक्त की मुंबई में ऐसे कार्यकर्मों की निरंतरता आने वाले समय में बढ़ेगी ।

परिनिर्वाण दिवस के मौके पर सन्त सुकई दास साहेब के समाधि स्थल पर दी गई श्रद्धांजलि !

फैज़ाबाद : उत्तर भारत के पेरियार कहे जाने वाले सन्त सुकई दास जी के 14 जनवरी परिनिर्वाण दिवस समाधि स्थल छतिरवा ,पोरा में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। बतौर मुख्यातिथि प्रख्यात दलित साहित्यकार डॉ0 सीबी भारती ने उनके जीवन दर्शन पर चर्चा करते हुए कहा कि सन्त सुकई दास का जीवन दर्शन महात्मा बुद्ध ,सन्त कबीर तथा पेरियार रामास्वामी नायकर के जैसी ही रहा । उन्होंने अंधविश्वास, पाखण्डवाद के विरुद्ध अविवाहित रहकर वैचारिक आंदोलन चलाया । लेकिन अफ़सोस की जिन लेखको से यह उम्मीद थी उनके आंदोलन पर कलम चलाएंगे उनसे निराशा मिली है।

विशिष्ट अतिथि अजय प्रकाश सरोज ने कहा समाज की बेहतरी के जिन सन्तो महापुरुषों ने अपना जीवन लगाया है। उनमें सन्त सुकई दास का जीवन दर्शन अनुकरणीय है। उन्होंने दलित- पिछड़ समाज के घरों में देवी देवताओं को यह कहकर उखड़वा कर फेंकवा दिया कि यह तुम्हारे जीवन के बंधन है तुम्हारा विकास पढ़ने लिखने से होगा । लोगों की आस्थाओं पर चोट कर उन्हें तार्किक बनाना वास्तव में यह काम बहुत ही मुश्किल था।

हैदरगढ़ बाराबंकी के शिक्षक नेता रामयश विक्रम ने कहा कि सन्त सुकई दास के आंदोलन को नजर अंदाज करना बहुजन लेखकों की नाकामी दर्शाता है। हम लोग मिलकर सन्त जी के कारवाँ को आगे बढ़ाएंगे ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्ञान साहेब जी ने किया तथा राम सागर ने किया। इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड गोरखपुर मण्डल अधिकारी डॉ0 घनश्याम जी , राम अवध पूर्व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी ने भी सन्त जी के किये गए सामाजिक परिवर्तन के कार्यो की बिस्तार से चर्चा किये। उपस्थित अनुवाईयो ने सन्त जी के चित्र व प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उक्त अवसर पर 21 जनवरी को इलाहाबाद में होने वाले कार्यक्रम की भी जानकारी देकर लोगो को पहुँचने की अपील की गई।

मनुस्मृति दहन दिवस सह महाराजा बिजली पासी जन्मोत्सव मनाया गया!

मनुस्मृति दहन दिवस सह महाराजा बिजली पासी जन्मोत्सव बिहार के रोहतास जिला मुख्यालय स्थित सासाराम ओझा टाउन हॉल में 25 दिसंबर 2017 को मनाया गया। इस कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलित कर व संविधान निर्माता डॉ0 भीमराव अंबेडकर जी और महाराजा बिजली पासी जी के तस्वीरों पर माल्यर्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया। इसके बाद अम्बेडकरवादी सभी कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम स्थल से मनुस्मृति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सासाराम स्थित पोस्ट ऑफिस चौक पर पहुँचकर वहाँ मनुस्मृति को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। समाज में व्याप्त कुरीतियों दलितों, अछूतों के खिलाफ में जो मनुस्मृति में दंड विधान लागू किया गया है वो आज के सभ्य समाज में कहीं भी न्यायोचित नहीं है। मनुस्मृति में उल्लेखित तमाम दलितों के खिलाफत विषयों की जानकारी कार्यक्रम के माध्यम से अम्बेडकरवादियों को देकर जागरूक किया गया तथा महाराजा बिजली पासी के जीवनी पर प्रकाश डाला गया।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन ए जे अम्बेडकर ने किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय अम्बेडकर कल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार चक्रवर्ती एवं मंच संचालन अंकुर कुमार ने किया।

इस अवसर पर मानवतावादी एवं समाजवादी लक्ष्मण चौधरी , मानवाधिकार संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यम यादव , अखिल भारतीय युवा पासी समाज के बिहार प्रदेश के सचिव अमित कुमार , अखिल भारतीय युवा पासी समाज बिहार प्रदेश के मीडिया प्रभारी अनिल कुमार, जदयू दलित प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मुंगेरी पासवान , रालोसपा के दलित प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष केशनाथ चौधरी, ऑल इंडिया रेलवे शू साइन वर्कर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम इकबाल राम , सम सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष गिरिजाधारी पासवान ,ऱाजद के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यछ ईकबाल अहमद खान, भीम आर्मी रोहतास के अध्यक्ष कृष्ण आनंद नवादा से विजय चौधरी , शंकर सिंह कुशवाहा, डॉ संजय पासवान , अरुण पासवान , शिव दर्शन सिंह , उमेश कुमार, रवि , चन्द्रमा राम, विरेन्द्र यादव, छोटेलाल से कुशवाहा, धर्मपाल पासवान, ईम्तयाजुल हक, पिंटु पासवान, नगेन्द्र कुमार सहित हजारों अम्बेडकरवादी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मुंबई पासी समाज ने असम्भव को सम्भव कर दिखाया!


पूरे भारत देश में पासीयों की एक छवि बन गई है । गुस्सेल , बिगड़ैल , अहम से भरपूर , दूसरों की न सुनने वाला या दूसरों की छत्र छाया को न स्वीकार करने वाला ।

ज़ूरी मेंबेर्स जिनकी देख रेख में यह सभा सम्पन्न हुई

यही कारण है की भारत देश में तरिकबन सैकड़ों संगठन है । सभी अलग अलग कार्य कर रहे है कोई किसी की छत्र छाया में नही आना चाहता। कई उदाहरण दिए जाते है जैसे मेंढक को तौलना और पासी समाज को एक करना वैगरह वैगरह।
मुंबई में भी पिछले कुछ सालों से कई संगठन और ग्रुप बन गए थे । यह सभी अपने अपने तरीक़े से कार्य कर रहे थे । यह आवज कई बार आइ की अगर सभी मिलकर कार्य करें तो समाज के लिए और अच्छा कार्य हो सकता है और एक अच्छा संदेश भी जाएगा । पर जैसा कि पहले से ही अवधारणा बनी हुई थी की एक छत्र के नीचे कैसे आयें या कैसे पोस्सिबल है । पासियो के इतिहास में यह असम्भव है ।

इसलिए हमेशा की तरह कोशिशें कई बार हुई पर फिर वही रिज़ल्ट ज़ीरो ।

मुंबई की सबसे बड़ी संस्था एबीपीवीएम और संस्था के अध्यक्ष मिठाई लाल सहित मुंबई के सारी संस्थाओ के प्रति निधि एक साथ

पर इस बार मुंबई के युवाओं ने ठानी की नहि यह सब नहि चलेगा । सबको एक होना ही चाहिए । इसके लिए मुंबई पासी यूथ की एक टीम बनी जो तटस्थ थी किसी कि तरफ़ से नहि थी । इस यूथ टीम ने बीड़ा उठाया इस असम्भव से कार्य को सम्भव करने के लिए । मुंबई पासी समाज के कुछ वरिष्ठ और समाज में प्रभाव रखने वाले लोगों का सहयोग माँगा गया जो सहज ही मिल गया ।
मुंबई में मौजूदा सभी कार्यरत संस्थाओ और टीमों को आमंत्रित किया गया जिनमे –

अख़ील भारतीय पासी विकास मंडल ( रज़ी)

राष्ट्रीय पासी समाज ( रज़ी)

कल्याण पासी समाज 

रीचआउट कंट्री वाइड पासी (RCP)

मीरा – भायंदर  

की टीमें शामिल थी । इन सभी के प्रतिनिधियों को एक मंच पर बुलाया गया इस बात पर सहमत होने के लिए की कैसे मुंबई से पासी समाज की एकता का संदेश दिया जा सकता है । कैसे मुंबई के सभी लोग एक साथ मिलकर कार्य कर सकते है ।

मुंबई पासी समाज की इस सबसे बड़ी और ऐतिहासिक चर्चा में सभी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।जिस पर देश भर से लोगों कि नज़र थी ।
और फिर वह असम्भव कार्य सम्भव हो गया जिसकी सब को आशा थी ।रविवार 19 नोवंबर 2017 , रविवार को मुंबई पासी समाज ने एक मत में स्वीकार किया की अखिल भारतीय पासी विकास मंडल बहुत पुरानी और सम्मानिय संस्था है और प्रेज़ेंट के सभी लोग इस संस्था की छत्र छाया में कार्य करने को तैयार है।

मुंबई पासी यूथ टीम के चेहरे की ख़ुशी सफलता के बाद

सभी ने उस रोड मैप पर मोहर लगा दी की की हम अखिल भारतीय पासी विकास मंडल को सर्वोच्च संस्था मानते है और तय किए हुए रोड मैप पर चलकर उसकी छत्र छाया में कार्य करने को तैयार है ।

यह बहुत ऐतिहासिक क्षण था जो आने वाले समय में मुंबई पासी समाज कि दिशा और दशा बदल देगा । और यह निर्णय पूरे भारत देश के पासी समाज को बहुत बड़ा संदेश देगा जिससे आने वाले समय में पासी समाज को अच्छा संदेश मिलेगा । 

इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका रही मुंबई पासी यूथ टीम की और ज़ूरी मेम्बसर की जिन्होंने सफल तरीक़े से इसे सम्पन्न करवाया ।
हम आशा करते है कि ऐसी कोशिशें देश के दूसरे कोनो

में भी ऐसी कोशिशें शुरू होगी ।

पासी समाज को गर्व करने का ऐतिहासिक क्षण , ‘श्री पासी सत्ता ‘पत्रिका ने पार किए 10 लाख बार पढ़े जाने का रिकॉर्ड !

जी हाँ , आपने सही पढ़ा श्री पासी सत्ता (www.shripasisatta.com )ने सिर्फ़ पिछले 11 महीनो में “10,61,000 ” बार पढ़े जाने का रिकॉर्ड बनाया है । हम सही मायने में कह सकते है की हम पासी समाज की राष्ट्रीय पत्रिका है । पासी समाज की ऐसी कोई पत्रिका नही , कोई संस्था नही,कोई टीम नही जिन्होंने समाज में इतनी बड़ी पहुँच बनाई है ।

श्री पासी सत्ता पत्रिका के बारे में काफ़ी कुछ कहा गया कुछ लोगों ने कहा की पत्रिका बंद हो गई, कुछ लोगों ने कहा पत्रिका ख़त्म हो गई, कुछ लोगों ने पत्रिका के प्रिंट मीडिया कम होने पर मज़ाक़ भी किया । पर हम शांत थे।

हमने किसी को जवाब नही दिया । क्योंकि हम जवाब अपने कार्यों से देना चाहते थे । अब जवाब हमारे पास है । सिर्फ़ 11 महीनो में हमें 10,60,000 बार पढ़ा गया यह हमारा जवाब है ।
हमने पहले ही कहा था कि हम धीरे चल रहे है पर चल रहे है।

हमारे पास संसाधनो की कमी है और हमें दूर तक जाना है इसलिए धीरे चल रहे है । कई बार कहने की बाद भी कोई ख़ास मदद हमें मिली नहीं है फिर भी हम चल रहे है । और इतना करने के बाद कोई कहे की पत्रिका तो बंद हो गई है तो ग़ुस्सा तो आएगा ही पर हमारा जवाब यह है उन लोगों लिये ।

आर्थिक कमी और समय के साथ चलने के लिए प्रिंट मीडिया कम करके ऑनलाइन पर हमने फ़ोकस किया रिज़ल्ट आज सबके सामने है । सिर्फ़ एक जाती विशेष पत्रिका होने बावजूद सिर्फ़ 11 महीनो में इतनी बार पढ़े जाना कोई मामूली बात नही है ।

हमारी ऐक्टिविटी स्लो थी , कम थी पर हम सो नही रहे थे । मीडिया का काम पर्दे उठाने का है सो हम कर रहें है । बड़ी सोंच के साथ अभी बहुत कुछ है करने को, जिसका बैकअप तैयार करने में समय लग सकता है। लेकिन हम रुकेंगे नही। क्योंकि हम रुके तो आने पीढ़ी को हम वो नही दें पाएंगे जो हम देना चाहते है।

यह रिकॉर्ड साबित करता है कि श्री पासी सत्ता पत्रिका पासी समाज की आवाज़ बन चुका है । सम्पादक अजय प्रकाश सरोज जी ने जो शुरुआत साल 2011 में शुरू की थी आज उसने विस्तृत रूप ले लिया है । यह रिकॉर्ड हमें भी आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरणा देगा ।

यहाँ तक पहुँचने के लिए श्री पासी सत्ता परिवार के सभी सहयोगी का आभार प्रकट करता है जो पत्रिका में लेखन कार्य करते रहे है। साथ ही उन पाठक गणों को विशेष धन्यवाद जिनकी वजह से हम यह कीर्तिमान स्थापित कर पाएं है।
राजेश पासी,मुंबई

ऑनलाइन मीडिया प्रभारी- श्री पासी सत्ता पत्रिका

बाबू चिंतामणि सरोज का निधन , पासी समाज की अपूर्ण क्षति


 परमआदरणीय बाबू चिन्तामणि सरोज जी का लखनऊ में ह्रदयगति रूक जाने के कारण निधन। लोक निर्माण विभाग मे प्रधान सहायक के पद पर कार्यरत थे। चिन्तामणि जी ने न सिर्फ़ प्रतापगढ़ बल्कि आस पास के सभी जिलो में समाज में बाबा साहेब और बुद्ध के बारे में जगरूकता फैलाने का अभूतपूर्व कार्य किया है । उन्होंने जगरूकता अभियान तब शुरू किया जब हमारे पासी समाज के लोगों ने बाबा साहेब का नाम ही नहि सुना था और बुद्ध मतलब चमार समझते थे । दोनो से ही हमारे समाज के लोगों का घोर विरोध था । 

ऐसी विषम परिस्थितियों में उन्होंने जगरूकता अभियान शुरू किया ।उनहोनो समाज में ब्राह्मण और पंडितो का घर के संकारिक कार्यों के लिए विरोध शुरू किया । प्रतापगढ़ में पंडित के बजाय पासी लोगों द्वारा ही शादी ब्याह कराने कार चलन शुरू किया . ख़ुद चिंतामणि साहेब ने हज़ारों शादियाँ कराई है । उनका समझाने का तारिका इतना मजबूत था कि अनपढ़ लोग भी बुद्ध और बाबा साहेब का महत्व समझकर ब्राह्मणवाद का विरोध करते थे । एक समय था जब बाबा साहेब और बद्ध कानाम सुनकर हमारे समाज के लोग लाठी निकाल लेते थे ।

पर आज जो हम समाज में बदलाव देख रहे है वह ऐसे ही लोगों द्वारा किए गए कार्यों की वजह से है ।

प्रतापगढ़ में जितने भी जागरूक और समाज से जुड़े लोग है शायद ही कोई ऐसा होगा जिन्होंने उनका नाम नहि सुना होगा । प्रतापगढ़ से लेकर यहाँ मुंबई तक उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए एक नायक माना जाता है । 

इस दुनिया से उनका जाना समाज के लि अपूर्णिय क्षति है । तथागत भगवान गौतम बुद्ध उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे , तथा इस दुःख की मे उनके परिवार को दुःख सहन करने की क्षमता प्रदान करें ।