पासी नायकों की स्वीकार्यता बढ़ी

वैसे दलित शब्द से हमारा शाब्दिक अंतर विरोध रहता है। लेकिन दलित दस्तक ने पासी समाज में जन्मे महा पुरुष को स्थान दिया , इसके लिए धन्यवाद ।
सबसे पहले मदारी पासी जी को अपने फ़्रंट पेज पर जगह दी श्री पासी सत्ता पत्रिका ने । फ़ेसबूक पेज पर डीपी भी लगाया गया । ऑनलाइन पत्रिका में लेख लिखे गए ।

नतीजा यह की पासी के अलावा इतर बहूजनो ने भी मदारी पासी की महानता को स्वीकार किया ।
उसी का नतीजा है प्रतिष्ठित प्रतिका दलित दस्तक ने हमारे महापुरुष मदारी पासी को पत्रिका के फ़्रंट पेज पर स्थान दिया इसके लिए पूरी सम्पादकीय टीम को बहुत बहुत धन्यवाद
हमारे प्रयासों का असर हो रहा है । श्री पासी सत्ता का दबाव देश के बुद्धजीवियों पर असर डाल रहा है । आप इसी तरह श्री पासी सत्ता का साथ देते रहें , यक़ीन करें हम देश में पासी जाति का डंका बजा कर मानेंगें।
धन्यवाद

श्री पासी सत्ता टीम

अजय सरोज ने तुर्कमेनिस्तान में भारत झंडा ऊंचा किया


इलाहाबाद के रहने वाले अजय कुमार सरोज जो लखनऊ की तरफ से खेलते हैं उन्होंने तुर्कमेनिस्तान के एशगाबाद में जो जुझारूपन दिखाया वह सभी के लिए मिसाल बन गए है और वहां के दर्शकों ने खड़े होकर अजय कुमार सरोज का सम्मान किया।

एशियन इण्डोर एथलेटिक्स चैंपियननशिप की 1500 मीटर की दौड़ में अजय गिर पड़े उनके ऊपर और कई एथलीट भी गिरे पर अजय ने हिम्मत नहीं हारी वह उठे और फिर दौड़े दर्द से कराहते हुए उन्होंने एशिया के सभी धावकों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता।

मौजूदा समय में वह देश में 1500 मीटर दौड़ के सबसे अच्छे धावक हैं पिछले तीन वर्षों से वह लगातार इस दौड़ के राष्ट्रीय चैंपियन बन रहे हैं। भुवनेश्वर में हुई एशियाई एथलेटिक्स चैंपियननशिप में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।

देश और प्रदेश को अजय कुमार सरोज पर गर्व होना चहिये । –दयाराम रावत

स्वतंत्रता दिवस पर जुटे डीसी हॉस्टल के पुरनिये , कहा हमारी विरासत की पहचान है यह हॉस्टल !

स्वतंत्रता दिवस की 71 वीं वर्षगांठ पर बालसन चौराहे पर स्थित 70 वर्ष पुराना डी० सी० छात्रावास में रहकर पढ़ने वाले पुरनियें छात्रगण इकट्ठा हुए, इनमे से पूर्व राज्य मंत्री श्री रामानन्द भारती , पूर्व सांसद रामनिहोर राकेश, पूर्व कमिश्नर तथा यहाँ से पढ़कर निकले कई अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, अधिवक्ता तथा समाजसेवी आदि लोगों का जमावड़ा रहा । इस अवसर पर छात्रों ने विचार संगोष्ठी का आयोजन किया था, जिसमे वर्तमान परिदृश्य के दलित छात्रों की दशा व दिशा पर जमकर चर्चा हुई । मुख्य अतिथि के रूप में बारा विधायक डा० अजय कुमार भारती तथा सोराव विधायक डा० जमुना प्रसाद सरोज रहें । छात्रों को संबोधित करते हुए डाॅ० अजय भारती ने कहा कि डी० सी० छात्रावास हमारे पुरखों की विरासत है, इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है, तो वहीं डा० जमुना प्रसाद सरोज ने बच्चों को पढ़ने लिखने की बेहतर नसीहत दी गई और कहे कि देश और समाज की दशा व दिशा आप जैसे छात्रों नौजवानों की कंधों पर है। 


 पूर्व राज्य मंत्री श्री रामानन्द भारती जी ने बच्चों से डी० सी० छात्रावास मे रहने के दौरान अपने अतीत की यादों को छात्रों से साझा किया और बताया कि इस हास्टल मे मै भी 5 वर्ष रहा हूँ, उस दौर मे इसे आई० ए० एस० (IAS) की फैक्ट्री कहा जाता था, इसमे से कई आई० ए० एस० (IAS) पीसीएस  (PCS) और कई न्यायाधीश (जज) निकले हैं। यह छात्रावास महाशय मसुरियादीन (भूतपूर्व सांसद) द्वारा स्थापित किया गया था। 
पूर्व सांसद रामनिहोर राकेश छात्रों से लम्बी बातचीत की उन्होंने कहा कि छात्रों को कोई भी परेशानी होगी तो वह हमारी परेशानी होगी, इसके लिए हम तैयार है। पूर्व ब्लाक प्रमुख चायल गिरीश पासी ने छात्रों के साथ हमेशा खड़े रहने की बात कही ।  

पूर्व छात्र नेता व सम्पादक अजय प्रकाश सरोज ने बताया कि 1952 ई० तत्कालीन सांसद महाशय मसुरियादीन द्वारा पूरे इलाहाबाद शहर मे दलित छात्रों के लिए 6 छात्रावासों की स्थापना हुई जिसमे राजापुर का आदि हिन्दू छात्रावास, बलुआघाट, डी० सी० छात्रावास एक लीडर रोड पर तथा एक दारागंज, और 6 वीं महाशय मसुरियादीन ने खुद अपने आवास पर छात्रों के लिए हास्टल खोला था, इनमे से राजापुर का छात्रावास तथा बालसन चौराहे  (डी० सी०) छात्रावास ही बचा है, बाकी पूंजीपतियों ने कब्जा कर लिया है, हमे इन्हे बचाना होगा। 
इस अवसर पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, रामसिंह जी, लालजी, सुनील वर्मा जी, राजू पासी, महाशय मसुरियादीन के प्रपौत्र सचिन प्रकाश, अजय विक्रम, नीरज पासी, सुनील यादव, नितिन पासी, विरेंद्र निर्मल, नाथूराम बौद्ध, लालाराम सरोज, सुरेंद्र मोहन आदि ने अपने विचार रखे । 
कार्यक्रम में डी० सी० छात्रावास, बलुआघाट, हिन्दू हास्टल व आइसा के छात्र तथा समाज के बुद्धिजीवी वर्ग, अधिवक्ता गण एवं समाजसेवी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम की विधिवत् शुरुआत राष्ट्रगान के पश्चात शुरू हुआ। संचालन इ० वि० वि० छात्रनेता सुनील कुमार तथा अजय प्रकाश सरोज ने संयुक्त रूप से किया।

मुंबई में पासी समाज के विद्यार्थियों का सम्मान समारोह !

आरसीपी संस्था द्वरा सम्मानित बच्चें}


मुंबई :आज ९ जुलाई २०१७ को RCP द्वारा मुंबई के उन विद्यार्थियों का सम्मान समारोह दहानुकर कालेज में आयोजित किया गया जिन्होंने ६०% से अधिक मार्क लेकर आए थे । यह प्रोग्राम काफ़ी सफल रहा क्योंकि कार्यक्रम द्वारा मुंबई पासी समाज की एकता का भी अच्छा संदेश पहुँचाया गया । और इस सफलता का कारण RCP नहि थी इस सफलता कारण वह तमाम साथी थे जिन्होंने RCP पर भरोसा किया और सपोर्ट किया । मुंबई पासी समाज की तक़रीबन सभी संस्थाएँ और ग्रुप इस आयोजन में शामिल हुए । आज इस आयोजन में मुंबई से नीचे दी हुई सभी संस्थाओ से लोग उपस्थित हुए । यह वह लोग है जो पासी समाज की एकता की आवाज़ उठाए हुए है –
1. – राष्ट्रीय पासी समाज ,मुंबई ,2.- अखिल भारतीय पासी समाज ,कल्याण मुंबई 3 -अखिल भारतीय पासी विकास मंडल – कंदीवाली शाखा मुंबई ,4.-अखिल भारतीय पासी विकास मंडल – घाटकोपर शाखा मुंबई ,5.- अखिल भारतीय पासी विकास मंडल – सायंन शाखा मुंबई

कार्यक्रम के भागीदार रहे लोगों के ग्रुप फ़ोटोग्राफ

आप सभी लोगों के सहयोग के बिना यह पॉसिबल नहि था । मैं सभी लोगों का नाम नहि ले रहा हु पर कुछ लोगों को धन्यवाद ज़रूर देना चाहूँगा जिनके विशेष सहयोग से यह सम्भव हुआ , राम प्रसाद जी , पवन रावत जी , डॉक्टर रमाशंकर भारती जी , नंदलाल जी , डॉक्टर रामनारायण जी ,हीरालाल जी , राजाराम जी (बांद्रा) रामराज जी ( कंदीवाली) , रविंद्र भाई और मुकेश भाई , रविंद्र जी ( घाटकोपर ) , प्रो विरेंद्र जी ,गोपाल जी , उदयराज भाई , उमापती भाई आप लोगों का सहयोग जाया नहि जाएगा आने वाले समय में मुंबई पासी समाज का चेहरा ज़रूर बदलेगा और वह बदलाव देश की सभी संस्थाओ को सकारात्मक संदेश देगा ।
प्रोग्राम के बारे में बात करे तो जैसा की आप लोग जानते है RCP के प्रोग्राम’ पारम्परिक तरीक़े से हटकर होते है । और प्रोग्राम में महिलाओं की भागीदारी बहुत ज़्यादा होती है । महिलायें न सिर्फ़ अपने विचार रखती है बल्कि प्रश्न करती है पूरे आयोजन में इनकी भागीदारी रहती है । महिलाएँ यहाँ आकर चुप -चाप बैठ कर सुनती नहि है बल्कि अपनी मज़बूत उपस्थिति दर्ज कराती है । आप फ़ोटो में देख सकते है । अक्सर RCP के प्रोग्राम में न कोई अध्यक्ष होता है न अध्यक्षता न कोई मुख्य अतिथि न किसी के लिए अलग से बैठने की वस्था । सब ईक्वल रहते है जब आप प्रोग्राम में पहुँचेंगे तो पता ही नहि चलेगा कौन ख़ास कौन आम । क्योंकि हम चाहते है लोग प्रोग्राम एंजॉय करे न की सीरीयस हो कर स्पीच सुनते बैठे रहे और फिर चले जाय। आए हुए सभी लोग सिर्फ़ दर्शक नहि बनते बल्कि पर्टिसिपेट भी करते है । वसंत लाल जी ,राम प्रसाद जी , पवन रावत जी , और प्रो विरेंद्र जी ने जहाँ अपनी कविताओं से लोगों को मनोरंजन और हँसी मज़ाक़ का मौक़ा दिया । वहीं CA प्रभावती , डॉक्टर रमाशंकर जी , मुकेश जी , अडवोकेट D V जी , प्रो विरेंद्र जी , राजेश पासी जी ने बच्चों को मर्गदर्शन किया ।

महिलाओं की विशेष भागीदारी के लिए RCP टीम की महिलाओं ने अग्रणीय भूमिका निभाई शोभा जी , संगीता जी , CA प्रभावती जी , उषा जी , पूनम जी , प्रतिमा जी ,नीतू जी ,संगीता पासवान जी को और उपस्थित सभी महिलाओं को भी बहुत धन्यवाद ।

हमारी कोशिश रहती है की आए हुए सभी लोग एक दूसरे से मेल -मिलाप करे यही कारण था प्रोग्राम में और बाद में भी हँसी – मज़ाक़ – ठिठोलि – चर्चाएँ चलती रही । मौजूद सभी महिलाओं और बच्चों को मंच पर बोलने के लिए प्रेरित किया गया । ओवर आल सभी ने एंजॉय किया । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगा सकते है की प्रोग्राम ख़त्म होने के बाद भी लोगों को घर जाने की जल्दी नहि थी । सभी मौजूद लोग एक दूसरे से मिल जुल रहे थे , कुछ पहली बार मिल रहे थे सभी के चेहरों पर ख़ुशी झलक रही थी ।

हम चाहेंगे कि मुंबई में पासी समाज के सभी कार्यक्रमों को इसी तरह हम और आप मिल कर सफल करते रहे और एक दूसरे का सहयोग और मान सम्मान करते रहे ।

धन्यवाद
RCP टीम

मुंबई में पासी समाज के विद्यार्थियों का गुण गौरव समारोह का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न। 

मुंबई : जब आप कोई कार्य सच्ची लगन ,मेहनत , और दृढ़ता से करते है तो आपको सफल होने से कोई नहि रोक सकता ।यही कल मुंबई में हुआ ।

कल अखिल भारतीय पासी विकास मंडल की कांदिवली शाखा के तत्वाधान में दिनांक २ जुलाई २०१७ को ” वर्ष २०१६-१७ में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए “गुण गौरव समारोह” का आयोजन किया गया था और कल ही मुंबई में मूसला धार बारिश हुई । कंदीवाली टीम की मेहनत का ही नतीजा था कि फिर भी पूरा हाल भरा हुआ था । इतनी बारिश में भी पूरी मुंबई के अलग अलग जगहो से लोग उपस्थित हुए । एक संस्था की शाखा होने के नाते इस प्रोग्राम ने बहुत से मानक संस्थाओ के लिए पेश किए जिन्हें संस्थाओ को पालन करना चाहिए । जैसे –
1. भारी बारिश के बावजूद कार्यक्रम समय पर शुरू हो गया था कुछ लोग लेट भले हुए पर टीम के द्वारा इतनी हिम्मत दिखाई गई की वेट करने के बजाय कार्यक्रम समय पर शुरू कर दिया गया। इसके लिए वह बधाई के पात्र है। किसी भी संस्था के लिए कोई इतना महत्वपूर्ण नहि होना चाहिए की कुछ एक लोगों के लिए पूरे कार्यक्रम को डिले किया जाय ।

2. काफ़ी समय के बाद मुंबई में ऐक्टिव तक़रीबन सभी संस्थाएँ , ग्रुप , टीम और लोग एक मंच के नीचे मिले । जो बच गए थे आने वाले समय में ज़रूर एक दिन एक ही मंच के नीचे आएँगे । ABPVM के अलावा राष्ट्रीय पासी समाज , युवा पासी क्लब , RCP टीम , घाटकोपर शाखा , Worli शाखा से भी लोग मौजूद थे ।यह आसान काम नहि है पर कंदीवाली शाखा द्वारा यह एक महत्वपूर्ण संदेश न सिर्फ़ मुंबई समाज को दिया गया है बल्कि पूरे देश की सभी सामाजिक संस्थाओ को दिया गया है । 

3. पूरे प्रोग्राम में सीन्यर साथियों और युवा नेतृत्व का बेमिसाल प्रदर्शन दिखा । जहाँ कंदीवाली के सीन्यर साथी बैकबोन बन कर परदे के पीछे से सपोर्ट किए हुए थे युवा साथियों ने फ़्रंट में आकर कार्यक्रम का बहुत अच्छी तरह से संचालन किया । युवा और सीनियर साथियों का यह कोमबिनेशन बेहतरीन था इसकी बहुत ज़रूरत है समाज में । 

4. टीम वर्क बहुत बढ़िया था । कोई किसी के आदेश के लिए नहि खड़ा था , शायद पहले से ही प्रैक्टिस कर ली गई थी की कब क्या करना है , इसलिए पूरे कार्यक्रम कुछ भी डीले या असमंजस की स्थिति नहि आइ । लगा ही नहि की इस टीम ने पहली बार ऐसा बड़ा प्रोग्राम आयोजित किया है ।


5. वहाँ के स्थानिक नगर सेवक न सिर्फ़ उपस्थित थे बल्कि उन्हें सम्मान करते समय महाराजा बिजली पासी की फ़्रेम की गई फ़ोटो भी उपहार में दी गई । समाज के बाहर के लोगों को पासी समाज की तरफ़ से हमारे समाज के गौरव का प्रतीक उपहार स्वरूप पेश करना एक अच्छी पहल है ।

6. तक़रीबन ५० समाज के बच्चों को कोपियों का सेट बाँटा गया 

7. पूरे कार्यक्रम में बहुत ही सीमित और छोटे स्पीच कराए गए जिससे बच्चे बोर नहि हुए । 


8. महिलाओं को भी विशेष तौर पर मंच से स्पीच देने के लिए आमंत्रित किया गया ।

9. एक चीज़ का जरूर ज़िक्र करना चाहूँगा की पूरे कार्यक्रम में शाखा के पदाअधिकारियों में बड़े पद पर कौन है और छोटे पद पर कौन है पता ही नहि चला रहा था । क्योंकि सभी लोग सबकुछ कर रहे थे सब एक दूसरे को आदेश दे रहे थे और सब एक दूसरे का आदेश सुन रहे थे न बड़े पद की गरिमा न छोटे पद का अहसास । यह एक आदर्श स्थितिहै जिसे कंदीवाली शाखा ने बख़ूबी बनाए रखा ।

10. और सबसे महत्वपूर्ण काफ़ी लोग विलम्ब से आए फिर भी कार्यक्रम समय पर समाप्त हो गया । कार्यक्रम शाम ७ बजे ख़त्म होना था पर सिर्फ़ २० मिनट की देरी से यानी ७:२० पर ख़त्म कर दिया गया। यह बहुत अच्छा संदेश दिया गया है क्योंकि समाज में समय को लेकर बहुत बुरी आदत है । 

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती राजदेवी हिंदी विद्यालय, कांदिवली, के प्रबन्धक श्री आर. एल. सरोज जी , तथा विशेष अतिथि के रूप में स्थानीय नगर सेवक तथा प्रभाग समिति अध्यक्ष श्री कमलेश यादव जी, मंडल के राष्ट्रिय महामंत्री श्री प्रकाश पासी जी, व्यवसायी श्री हीरालाल पासी जी, श्री साहेब लाल पासी जी, डॉ. राम नारायण पासी जी, राष्ट्रिय पासी समाज मुंबई के संस्थापक डॉ. रामाशंकर भारती जी,नंदलाल जी (बांद्रा) तथा कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में अखिल भारतीय पासी विकास मंडल के राष्ट्रिय अध्यक्ष माननीय श्री मिठाईलाल सरोज जी उपस्थित हुए।  
अतिथियों द्वारा बच्चों को प्रशस्तिपत्र और ट्रॉफी देकर सत्कार किया गया. गायत्री पासवान जिसने एसएससी में 93.40 % अंक हासिल किया उनका विशेष सत्कार किया गया तथा अखिल भारतीय पासी विकास मंडल की तरफ़ से रुपये 5000/- का चेक तथा श्री बाबूलाल पासी जी की तरफ़ 1000/ रुपये प्रदान किये गए ।
शाखा अध्यक्ष डॉ सभाजीत पासी शाखामंत्री श्री रविंद्र पासी ने सहयोग के लिए मंडल की सभी शाखाओं और स्वजातीय बंधुओं का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का सफल और बढ़िया संचालन प्रिंसिपल श्री रमाकांत सरोज जी ने किया। 
धन्यवाद , जय भीम 

पासी समाज की प्रतिभाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समाज का नाम रोशन किया ।


मुंबई :समाज में प्रतिभाओं की कमी नहि है , मौक़ा मिलते ही वह सिर्फ़ समाज ही नहि पूरे देश का नाम रोशन करते है । 

हाल ही में पासी समाज की तीन प्रतिभाओं ने अंतरष्ट्रिय स्तर पर अपनी प्रतिभाओं का लोहा मनवाकर समाज और देश का नाम रोशन किया है ।
इसमें सबसे पहले है भारती इन्दु राजेंद्र सरोज । 

जैसा की आप सभी लोगों को ज्ञात होगा की इसी महीने के शुरू में काठमांडू,नेपाल मे अंतर्राष्ट्रीय ‘जोमासार’ रेशलिंग स्पर्धा,2017 का आयोजन हुआ था।

जिसमें पासी परिवार की बिटिया *भारती इंदु राजेन्द्र सरोज* की मेहनत लायी रँग और उन्होंने जीता *गोल्ड मेडल*,वह भी 

*प्रथम स्थान* के साथ।

 कूकाइस अंतरष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक हासिल कर देश और समाज का नाम रोशन किया।

एक समय ऐसा भी था जब इन्दु के लिए इस स्पर्धा में असंभव सा प्रतीत हो रहा था । ऐसे में मुंबईपासी समाज और इन्दु जी के शुभ चिंतकों ने पूरा सहयोग दिया । शुरुआत की श्री बाबूलाल पासी जी ने फिर बलिराम सर , युवा व्यवसायी राजेंद्र सरोज जी , सहयोग के लिए आगे आए इसके अलावा पासी समाज की संस्था अखिल भारतीय पासी विकास मंडल ने भी समाज की तरफ़ से सहयोग किया। इन्दु भारती जी का अगला लक्ष्य कनाडा में होने वाली प्रतियोगिता में जीत हासिल करना है ।

इसके अलावा पासी समाज के श्री एस. प्रसाद जी साहेब के सुपुत्र आकाश सरोज ने hip hop की दुनिया में तहलका मचाया है।

आकाश सरोज ने hip hop डांस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल कर गोल्ड मेडल प्राप्त किया।


आने वाले समय में आकाश सरोज आप सभी लोगों के आशीर्वाद से अमेरिका भी जा के पासी परिवार का नाम रोशन करने वाले है।

इसके अलावा मुंबई के युवा व्यवसाई श्री प्रमोद सरोज जी को बैंकाक में आयोजित ९ वें अंतर्रष्ट्रिय शिखर सम्मेलन में थाइलैंड के प्राइम मिनिस्टर के हाँथों अवार्ड मिला । यह हाल के महीनो में दूसरी बार उन्हें और उनकी कम्पनी CPS डिवेलपर एंड कोंसलटंसी को अवार्ड मिला है । यह प्रमोद जी और उनकी टीम की मेहनत का ही नतीजा है की उन्हें इंडिया की फ़ास्टेस्ट ग्रोइंग कम्पनी के लिए चुना गया ।
इन सभी पासी प्रतिभाओं से आगे आने वाले समय में पासी समाज और देश को काफ़ी कुछ मिलने वाला है यह सभी सिर्फ़ समाज का नहि बल्कि देश का नाम भी रोशन करेंगे ।


आप सभी प्रतिभाओं को श्री पासी सत्ता परिवार की तरफ़ से बहुत बहुत बधाई ।

पत्रिका की पहुँच 20 देशों में , स्पेन से भी माँग !


मैं हमेशा से सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग करने का पक्षधर रहा हु । इंटर्नेट और सोशल मीडिया का वैचारिक क्रांति और समाज के लिए उपयोग किया जा सकता है ।
कल मैंने एक पोस्ट लिखी थी आर्यों के जेनेटिक के ऊपर जिसमें आर्यों के यूरेशिया से आने की बात को प्रूफ़ कर बाक़ी सारी बहस बंद करा दी । हमारे पासी समाज में तो रेसपोंस कम मिला पर दूसरी  जाति के लोगों काफ़ी रुचि दिखाई , कई ने रिप्लाई दिए ,कुछ ने पूरी रिपोर्ट भी मँगवाई जो उनके पर्सनल पर भेज दिया गया है ।
एक ने तो स्पेन से रिपोर्ट माँगी है यही है मीडिया की ताक़त। 
सोशल मीडिया में हम कुछ भी लिखते है उसे लोग पड़ते है भले कुछ रिप्लाई या रीऐक्शन न दे पर पढ़ते ज़रूर है इसलिए इसका अच्छा उपयोग ज़रूरी है.
श्री पासी सत्ता अपना पासियो का मीडिया लाखों लोगों द्वारा पढ़ी जाती है अल्लाहाबद में प्रूफ़ के साथ दिखाया गया था और साथ ही क़रीब दुनिया के 20 से ज़्यादा देशों में हमारे न्यूज़ पोर्टल को पढ़ा गया था यह भी दिखाया था ।

इसलिए हम हमेशा से कहते है सोशल मीडिया बहुजन समाज के लिए वरदान है इसका सहि उपयोग ज़रूरी है ।
श्री पासी सत्ता के बाद हम एक और न्यूज़ पोर्टल बनाने के आख़िरी चरण में है राष्ट्रीय सत्ता जो पूरे बहूजनो की आवाज़ होगी । जो भी साथी बहुजन समाज में हो चाहे किसी भी जाती के अगर लिखने पढ़ने रुचि है तो आप न्यूज़ पोर्टल के ऑथर बन सकते है और ख़बरें और लेख लिख सकते है । कृपया हमसे सम्पर्क करे । लेखकों और बुद्धिजीवि वर्ग बहुत सहयोग कर सकते है ।
धन्यवाद 

जय भीम 

एक लड़की के लिए अम्बेडकराईस्ड घर, ब्रह्मणवादी घरों से कितना अलग हैं ?

(यह लेख इंग्लिश में veliVeda.com पर लिखा गया है प्रस्तुत है हिंदी अनुवाद)
सभी घर कुछ हद तक अलग हैं लेकिन एक सामान्य प्रवृत्ति है जो भारत में विभिन्न समुदायों के घरों में देखी जा सकती है। अम्बेडकरियों के घर तथाकथित ब्राह्मणों के घरों से अलग हैं। अम्बेडकरियों के घरों में, लड़कों और लड़कियों के बीच समानता है, माता-पिता शिक्षा को महत्व देते हैं, और माता-पिता किसी गाय या बंदर की पूजा करने के बजाय मानवता का सम्मान करने के लिए सिखाते हैं।
अम्बेडकरित घरों में, आपके देवताओं और नायकों में कुछ फर्जी पात्र नहीं हैं, लेकिन जो मानवता और मानव जाति के लिए काम करते हैं।
अंबेडकरित विचारधारा से प्रेरित एक घर में लड़की के रूप में पैदा होने के 12 फायदे पढ़ें –

1. आपको कई देवी-देवताओं की पूजा रोज़ करने की ज़रूरत नहीं है

2. चूंकि आपको पूजा करने की ज़रूरत नहीं है, इसलिए आप “देवघर” के पास जाने से पहले स्नान करने के लिए बाध्य नहीं हैं (वैसे, अंबेडकरि घरों में “देवघर” नहीं है)।

3. आप किसी विशेष मंगलवार या शनिवार को उपवास के लिए बाध्य नहीं हैं। न तो आपको बेहतर दुल्हन प्राप्त करने और न ही अपने पति के जीवन का विस्तार करने के लिए तेज़ करने के लिए मजबूर किया जाता है।

4. आप किसी भी गैर-शाकाहारी भोजन को किसी भी दिन भी खा सकते हैं।

5. जब आप माहवारी कर रहे हैं, तो आप खुद को एक कमरे में सीमित करने के लिए बाध्य नहीं हैं, या रसोई में जाने से मना किया जाए, या “देवघर” के पास जाने से मना किया जाए, या बर्तन को छूने से मना किया जाए, या उससे पूछा जाए अलग बिस्तर पर सो जाओ, या तीसरे दिन अपने बालों को धोने का आदेश दिया जाए चीजें सामान्य हो जाती हैं, कोई भी आँख नहीं लगाता

6. आपकी शिक्षा और कैरियर को पहली प्राथमिकता दी जाएगी। आपको खुद को आत्मनिर्भर व्यक्ति बनने के लिए विकसित करने के लिए वातानुकूलित किया जाएगा

7. अपने रंग या शादी की बेहतर संभावनाओं के लिए उपस्थिति पर ध्यान देने के बजाय, आपको अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

8. कोई अम्बेडकरिया कभी दहेज देने, लेने या पूछने के लिए नहीं था, इसलिए आपके परिवार को आपकी शादी के बाद हमेशा के लिए ऋण नहीं लगेगा।

9. कोई अम्बेडकरित / बहुजन उत्सव आपके अस्तित्व को कमजोर नहीं करेगा

10. अगर आप अम्बेडकर बौद्ध हैं, तो कोई भी व्यक्ति आपको विहार जाने से रोक नहीं सकता है।

11. मनु के कानून आपके घर में कोई जगह नहीं होंगे। आपको उप-मानव / नीच के रूप में नहीं माना जाएगा। मानवता के कानून हमेशा प्रबल होंगे।

12. आप मानवता को महत्व देना सीखेंगे और अन्याय के खिलाफ बोलेंगे और समान अधिकारों के लिए खड़े होंगे। आपको मुसलमानों से नफरत करने को सिखाया नहीं जाता है

हमें उपरोक्त टिप्पणियों के बारे में आपको जो टिप्पणी मिलती है, उसे बताएं। अम्बेडकरियत, ब्राह्मणिक घरों से अलग कैसे हैं? हमें बताएं कि आपके पास किसी अन्य बात का उल्लेख है और हम पोस्ट को अपडेट करेंगे।
लेखक -Aboli Nimbalkar, BA Final Year Student 

बरसाती पासी – इंडियन रॉबिनहुड..जल्द आ रहा है 


बरसाती पासी की कहानी रॉबिनहुड से कम नहि है । उत्तर प्रदेश की कथाओं और नाटको में बरसाती पासी की कहानी काफ़ी प्रचलित थी । पर पासी समाज से होने के कारण उनकी चर्चा नहि की जाती भूला दिया है देश -प्रदेश ने । पर आम जनमानस के बीच में और अधिकतर पासी समाज के लोगों में अक्सर आज भी बरसाती पासी की चर्चा निकलती है तो उनका नाम बड़े आदर से लिया जाता है । 
मनुवादी और तब की सरकारों के लिए भले वह सिर्फ़ एक डकैत थे पर आम जनता के लिए वह एक बड़े नायक थे । 
बरसाती पासी पर पूरी कहानी लेकर जल्द ही इस वेब्सायट पर आ रहे है प्रतापगढ़ के वेद प्रकाश जी । वेद जी बरसाती पासी के परिवार से मिल रहे है , उनके घर जा चुके है , कुछ लोगों ने उनके बारे में लिखा है उनसे मिल रहे है , पुराने लोगों से मिल रहे हुआ जो उनके बारे में जानते है । जल्द ही बरसाती पासी जी के बारे में पूरी कहानी आप लोगों के सामने होगी ।

क्या सचमुच मुद्दा मोर का मोरनी को बिना छुए गर्भवती करना का है या कुछ और …???


हाई कोर्ट के जज शर्मा साहेब ने गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने की सिफ़ारिश करते हुए मोर का उदाहरण दिया की मोर मोरनी को बिना छुए गर्भवती करता है । मोरनी मोर के आँसू पीकर कर गर्भवती हो जाती है इसलिए पवित्र है और इसी कारण राष्ट्रीय पक्षी है । 
पढ़ाई पूरी करने तक इस बात को को सच समझता रहा । पर बाद के दो -चार सालों में ही पता चल गया की मोर -मोरनी के बारे में यह मिथक है । मोर भी वैसे ही मोरनी से संबंध बनाता है जैसे बाक़ी पक्षी ।
कोई भी आम जागरूक इंसान यह जानता है । फिर क्या कारण है की एक जज रेटायरमेंट के होने दिन तक यह मानता है की मोर बिना मोरनी को छुए गर्भवती करता है । 60 साल के एक पढ़े लिखे और प्रतिष्ठित पैड पर कई साल रहेने के बावजूद  ऐसा समझता है ।इसका एक ही कारण है धार्मिक अंध -श्रद्धा । जहाँ धर्म की बात आती है वहाँ सवाल नहि ।
यही कारण है की भारत चमत्कारों का देश है।वायु अंजनी को गर्भवती बना कर पवन-पुत्र पैदा कर सकता है,सूर्य के दर्शन मात्र से कुन्ती कर्ण को जन्म दे सकती हैं और सूर्य के पुत्र शनि के मंदिर में स्त्रियों का प्रवेश निषिद्ध है । कोई फल खाकर पुत्र जन्म दे रही है तो कुछ घी के डब्बे से बच्चे निकल रहे है ।यह सब हमारे यहाँ मान्य है तो मोर – मोरनी वाली साधारण बात क्यों नहि मानी जाएगी ।

       

पर क्या यह बातें सिर्फ़ बहुंजनो को बहकाने के लिए होती है या यह शर्मा टाइप लोग ख़ुद भी सचमुच यही समझते है । 
क्योंकि शर्मा साहेब जिस दिन रेटायअर होना था उसी दिन ऐसा विवाद क्यों करते है । की पूरे देश में बहस छिड़ जाती है । और इस बहस के पीछे जी डी पी का मुद्दा पीछे छूट जाता है । 
जिस देश की अर्थवस्था को अभी तक दुनिया की तेजी से विकसित करती अर्थवस्था में गिना जाता था वह नीचे खिसक गई है । जी डी पी दर ग्रोथ 7.1% से 6.1% हो जो एक बड़ा डाउन फाल है । और इसका कारण है नोट बंदी ।
पर इस मोर -मोरनी के चक्कर में यह मुद्दा ग़ायब हो गया है । सोशल मीडिया जो हमारा मीडिया है वहाँ से भी यह मुद्दा ग़ायब हो गया है और सिर्फ़ मोर -मोरनी का मुद्दा ही ट्रेंड कर रहा है । वह मुद्दे भी अपने हिसाब से तय कर रहे है की हम किस पर चर्चा करे इसलिए सावधान रहने की ज़रूरत है । – राजेश पासी ,मुंबई